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दिल की हां में हां मिलाते जा रहे थे बस रोज़ तेरे

दिल की हां में हां मिलाते जा रहे थे 
बस रोज़ तेरे पास आते जा रहे थे

खो रहे थे तुझ में खुद को रोज़ थोड़ा
बस 'खुदी' को फिर मिटाते जा रहे थे।।

दिल की हां में हां मिलाते जा रहे थे..

।। रवि ।।

©Ravi Sharma
  दिल की हां में हां मिलाते जा रहे थे 
बस रोज़ तेरे पास आते जा रहे थे

खो रहे थे तुझ में खुद को रोज़ थोड़ा
बस 'खुदी' को फिर मिटाते जा रहे थे।।

दिल की हां में हां मिलाते जा रहे थे..
ravisharma5699

Ravi Sharma

Silver Star
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दिल की हां में हां मिलाते जा रहे थे बस रोज़ तेरे पास आते जा रहे थे खो रहे थे तुझ में खुद को रोज़ थोड़ा बस 'खुदी' को फिर मिटाते जा रहे थे।। दिल की हां में हां मिलाते जा रहे थे.. #शायरी

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