सारी उम्र अपने लिए नहीं, अपनों के लिए मरता रहा, परोपकार परमार्थ हमेशा, निस्वार्थ भाव से करता रहा। हर एक रिश्ते को दी अहमियत, मैंने दिल से माना है, पर सभी ने मेरा इस्तेमाल किया, मतलबी जमाना है। हीन भावना नहीं रखता, रिश्ता दिल से निभाता हूँ, दिल को ठेस लगी तो, बुरा स्वप्न समझ भूल जाता हूँ। मैं कभी भेद नहीं करता, क्या अपना क्या बेगाना है, पर लोग करते हैं मुझसे परहेज, मतलबी जमाना है। जमाना मतलबी है, मतलबी था और मतलबी रहेगा, स्वार्थ सिद्ध हो तो भला, ना सिद्ध हो तो बुरा कहेगा। छोड़ दे दुनिया का मोह, अब यहाँ ना तेरा ठिकाना है, नेकी के बदले बदी ही मिलेगी, मतलबी जमाना है। The Writer's Magnet आप सभी का इस प्रतियोगिता में स्वागत करता है। आपकी रचना 4 से 10 पंक्तियों तक ही होनी चाहिए। #writersmagnet #wmchallenge #wmjamana #yqdidi #yqhindi ✍️ आपकी रचना व्यक्तिगत एवं मौलिक होनी चाहिए। ✍️ समय सीमा - 26 मार्च रात्रि 8 बजे तक ✍️ कृपया हमारे hashtags बरकरार रखें। ✍️ कृपया collab करने के पश्चात comment में Done करें।