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दिल में नहीं, दिमाग में एक बात आई. क्यो कि दिमाग

दिल में नहीं, दिमाग में एक बात आई. 
क्यो कि दिमाग सोचता है दिल नहीं.
प्यार और स्नेह मे क्या फर्क है.
प्यार वो जिसके बदले हम
प्यार पाने की चाहत रखते हैं
स्नेह वो जो प्रेम से ऊपर
सिर्फ समर्पण होता है
इसका सबसे अच्छा
उदाहरण है माँ
का बेटे से
प्यार

©डॉ.वाय.एस.राठौड़ (...मीत...)
  #sneha