गीत
गठरी अपनी हलकी कर ले, ओ राही इतना लोभ न कर
सामान रहेगा जितना कम, उतना होगा आसान सफ़र
है अंत निकट आया तो फिर तुझको इतनी चिंता क्यों है
है भाग यही सबका जग में ये इल्म है तो रोता क्यों है
क्या होगा मेरे बाद यहां, इसकी तू बिल्कुल फ़िक्र न कर #Song #nojotohindi#urdu#February#poetey#विचार#hindiurdushayri