//प्यार की उम्र... // पूरी ग़ज़ल अनुशीर्शक् मे ज़रूर पढ़े 🙏— % & फिर से एक बार ये आँखें नम थी मेरे प्यार की उम्र ज़रा कम थी जीवन भर का गम दे के गयी वो जो मेरी कभी जीवन थी मेरे प्यार की उम्र ज़रा कम थी बना ली हमने खुशियों से भरी इमारत