जिंदगी कुछ इस दौर से गुजरी की मोहब्बतों से ही नफरत कर बैठा बुंदेला तो हमेशा से ही खुदा का था पर खुदा ही खुद से बगावत कर बैठा #बुंदेला की कलम से