काँच के गिलास को तेरा होठों से लगाना, लिपस्टिक का उस पर निशाँ छोड़ जाना, महंगे दाम चुकाकर मैं उसको खरीद लाया, घर लाकर उसमें फूलों को सजाया। मैं साफ करता हूँ उसको अक्सर, मगर वो लिपस्टिक यूहीं लगी है, नकली फ़ूलों के गिलास में, तेरे होठों की खुशबु उगी है। ©Vikash Kamboj #lipstick