अब तो नींद भी है जरा ज़ब्त ज़ब्त, क्या ये नशा क्य

अब तो नींद भी है 
जरा ज़ब्त ज़ब्त,
क्या ये नशा क्या 
ये ख़ुमारी है कमबख्त।

©shrikant yadav
  #जब्त
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