धर्म का बंधन .................. ये धर्म क्या है? जन्म का बंधन! किया अलग है, मेरा तो तन-मन, वह दूर मुझसे, मैं दूर उनसे, हुआ है सूना, मेरा यह जीवन, मेरे ये आँसू, कोई तो देखे, कोई तो आकर, इन्हें भी पोंछे, कोई नहीं है, जो थामें दामन, करे प्यार मुझसे, और महकाए आँगन। (क़मर अब्बास) धर्म का बंधन