ये सब जो चल रहा है, वो इतना आसान तो न होगा। मैं जो तड़पा हूं, कुछ ऐसे जैसे बिन पर तड़पा कोई परिंदा , मेरी आंखों से जो निकले हैं अश्क तुम्हारे घर में। उनका बहना यूं जाया तो न होगा, तुम्हारे उसी घर मेरा भी तो कोई इंसाफ होगा। ©Dear ma'am #Raam