कुछ रिश्ते बहुत गहरे बन जाते हैं अनायास ही दूर तक साथ चलकर। जानबूझ कर भी हम नहीं समझना चाहते हैं उनके अर्थ क्योंकि अर्थ की सार्थकता हम्हें डराती है नहीं करने देती अपने आप को व्यक्त। रिश्ते जो समय से परे हैं जिनके नहीं दिये हैं कोई नाम, हाँ हम जानते हैं उनसे बेहतर जिन्हें हम पुकारते हैं नाम देकर। अनाम होकर भी हैं नाम के रिश्तों हैं बेहतर, क्योंकि उन्हें जीते हैं हम हर साँस में विश्वास भरकर ,नहीं जीते हैं केवल नाम को भर | अधूरे ख़्वावों और और ज़्यादातर पूरी न हो सकने वाली ख्वाहिशों को दिल में बसाये ये रिश्ते किसी भी शोर से परे ,डरे सहमे रूहानी दौर में ही जी लेते हैं एक पूरी उम्र को उम्र भर...❤️❤️❤️ ══════❥❥══════ ©purvarth #अनजाने