कैसे कहूँ के अच्छा हुआ शर्म कर रहा ये फंदा है किसी की अस्मत लूटकर किसी का घर उजाड़कर एक दरिंदा अब भी जिंदा है क्या ये न्याय है या मज़ाक कोई कर दो न उसे भी राख कोई क्या ये न्याय है!! #पारस #निर्भया #अंधा_कानून