अंग अंग में रंग छाया तन मन सब खिल उठा पित रंग चढने लगा होली का मौसम आ गया अधरों पे गुलाबी रंग छा गया हिया में बसंती आ गया तन मन रंग से भींग गया स्नेह का रंग उर मे आ गया धरती अम्बर रंग से सराबोर जैसे रंगों की बारिश हो गयी नर नारी का मन खिल उठा प्रेम रंग सब पे छा गया अंग अंग में रंग छा गया तन मन सब खिल उठ ©संगीत कुमार #अंग अंग में रंग छाया तन मन सब खिल उठा पित रंग चढने लगा होली का मौसम आ गया अधरों पे गुलाबी रंग छा गया हिया में बसंती आ गया तन मन रंग से भींग गया