इक सुदामा हम भी ऐसे जो , कृष्ण को, हैं ढूंढ़ते दे दो हमको प्रेम थोड़ा तुमसे यही , हम मांगते पेट की तृष्णा मिटा दो भूख भर भोजन दिला दो इस क्षुधा से मर न जाएं हां ! जिंदगी हम मांगते इक सुदामा हम भी ऐसे जो , कृष्ण को, हैं ढूंढ़ते अपर्णा त्रिपाठी "मासूम" ©मासूम #ग़रीबी