मैं तुम्हें रोज़ अपने हाथों से चाय बनाकर पिला सकता हूँ....यारा ये चाँद-तारों के शहर में ले जाने की बातें सब झूठी हैं । मेरी Lifeline, ❤️ Gulabo मेरी #Lifeline, ❤️ #Gulabo #ankit_srivastava_thoughts #yq_ankit_srivastava #चाय_की_प्याली #morningvibes #hindipoetry #हिंदी_साहित्य