हाँ मैं लिखता हुँ, क्युँ की मेरे अन्दर भाव है | लिखने से कभी ना थकता हुँ, क्युँ की मेरे अन्दर चाव है | दर्द को मैं बयाँ करता हुँ, अपने एक एक शब्द से | ऐसे ही उसको भरता हुँ, जो मेरे अन्दर घाव है || Stylo... #हाँ मैं लिखता हुँ !