धूप में चले बगैर सूरज की तपिश का अंदाजा नहीं होता और दोस्तो प्यार में पड़े बगैर कोई आवारा नहीं होता ख्यालों में ख्वाबों में भी जंजीर अच्छी नहीं लगती ध्यान से देखा किसी की मोहब्बत सच्ची नहीं लगती मयंक बैसला ©Babli BhatiBaisla मयंक R... Ojha