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उसके चश्मे ने उसकी आंखों का हाल रखा था .. कब तक सम

उसके चश्मे ने उसकी आंखों का हाल रखा था ..
कब तक समेटूं समुंदर ....यही सवाल रखा था!!
देखते हैं जो खुली आंखों से ......सुर्ख सवेरा..
उस कोरे से जीवन का भरपूर ख्याल रखा था!!

©Gudiya Gupta (kavyatri).....
  #सुर्ख सवेरा