चलते वक्त के साथ तु भी चल उसमें सिमटने की कोशिश ना कर अपने हाथों को फैला खुल कर साँस ले अंदर ही अंदर घूटने की कोशिश ना कर मन में चल रही युद्ध को विराम दे खामख्वाह खुद से लड़ने की कोशिश ना कर जो मिल गया उस में खुश रह जो सुकून छीन ले वो पाने की कोशिश ना कर कुछ बातें भगवान पर छोड़ दे सब कुछ खुद सुलझाने की कोशिश ना कर तू ज़िंदगी को जी उसे समझने की कोशिश ना कर ©kishan mahant #कोशिश ना कर