होकर कश्ती पर सवार पहुँचे जब बीच मझधार लेकर हाथों मे तेरा हाथ कह दूँ तुमसे वो बात हमको भी तुमसे तुम जैसा इश्क होने लगा है #इज़हार ऐ मोहब्बत