वो सुकून मुझे कन्ही मिला नहीं, जो तेरे आंचल में पाया था। जब जब मुश्किलों का सूरज उमड़ कर, मेरे सिर पे छाया था। हर बार तुने मुझे अपनी, ठंडी छांव में बिठाया था। हर रिश्ता मिला एक समझौते के साथ, बस तेरा प्यार ही निस्वार्थ पाया था। जो कुछ भी हूं आज, तेरी दुआओ से ही तो पाया था। अपनी भी फिक्र कभी किया कर मां, मेरा ज़िक्र तो तेरी हर बात में आया था। है दुआ सदा सलामत रहे तू , वैसे तेरी हर दुआ में भी मैंने अपना ही नाम पाया था। सुप्रभात। आप सभी को मातृदिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ। माँ केवल एक शब्द नहीं संसार है - भावनाओं का, रचनात्मकता का, आदर्श का, अनुग्रह का। माँ जीवन है। #मेरीमाँ #मातृदिवस #सम्पूर्ण#मांका प्यार #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi