कभी कभी किसी का साथ छूट जाता है, सबका रास्ता कहीं न कहीं मुड़ जाता है। कोई अपना होकर अपना नहीं हो पाता, कोई कुछ वक्त के लिए बहुत खास हो जाता है। सबकुछ पल भर का है, पानी पर लिखावट की तरह, अपने अपने किरदार जी रहे हैं सब असलियत की तरह। इस भीड़ में, जहाँ सबने अपने मतलब बनाए है, जहाँ सबने अपने अपने रास्ते बनाए है। वहाँ एक है जो हर हाल में, हर रास्ते पर मौजूद है, जिसका नाम ही विश्वास का वजूद है। जिसका किरदार सिर्फ इतना है, कि वो सबके बुलाने पर आता है। जिसने बरसों से अपना हर रिश्ता निभाया है, वो मन का भरोसा है, सुकून का साया है। ©Ananta Dasgupta #mahadev #bestfriend #onlysaviour #enlightenment #omnamahshivay #anantadasgupta