आज ज़मीन ठहरी हुई और आसमान झुका हुआ? तारे निकल आये चाँद का क्या हुआ? मेरी उदासी खुश दिखी लेकिन मेरी ख़ुशी का क्या हुआ? ज़ुल्फे तो संवर गई आंख के काज़ल का क्या हुआ? नींद तो गहरी थी मगर ख़्वाबों का क्या हुआ? आसमान से टूटकर ज़ो पातळ मे जा गिरा धरती ढूंढ रही उस आदमी का क्या हुआ.? ©Parasram Arora उस आदमी का क्या हुआ? #SunSet