ओस की बूंदों से ये दिल का दरिया भर नहीं सकता। अपने प्यार के बादल से हम पे बरस ही जाओ... कबसे हम सूखे सूखे महसूस कर रहे है। #ओस की बूंदों से ये दिल का #दरिया भर नहीं सकता। अपने प्यार के बादल से हम पे #बरस ही जाओ... कबसे हम #सूखे सूखे महसूस कर रहे है।