रैना बड़ी-बड़ी इमारतों गली-कूचों बाजारों में आदमी यहाँ ता-उम्र भागता ही रहता है सो जाते है गांव थक कर शाम होते ही शहर है कि रात भर जागता ही रहता है @रवीन्द्र #शहर #गाँव #जागना