Nojoto: Largest Storytelling Platform

ग़ज़ल ज़रा बचके रहना हमारे असर से, नज़र मिल न ज

ग़ज़ल 

ज़रा बचके रहना हमारे असर से,

नज़र मिल न जाए कहीं इस नज़र से।

सभी के दिलों से बहुत खेलते हो,

कभी तो डरो उस ख़ुदा के कहर से।

छुपे भेड़ियों से सहमती है बेटी,

नज़र आ रहे लोग अब जानवर से।

बहुत भागते हो उम्मीदों के पीछे,

कि मिलता है सबकुछ मगर इक सबर से।

नहीं दिल ये करता कि मुड़कर भी देखें, 

बड़े खाए धोखे तुम्हारे शहर से।

अजब सी है रंगत, हंसी भी लबों पर,

महकता है आंगन किसी की ख़बर से।

पिलाई गई मै’ निगाहों-निगाहों,

मुझे है खुमारी उसी के असर से।

बढ़ी दिल की धड़कन ये मुझको बताती, 

गुज़र कर गए वो अभी ही इधर से।

©Anjana Jain #gazal #romentic #Shayari #poetess #lovegazal #asar