उन्होंने इसलिए बोलना छोड़ दिया, कि हम किसी ओर गली जा रहें हैं। क्या बताएं कि हम आजकल, दुखों के दरवाजे पर मजबूरियों का पहरा लगा रहे हैं। किसी को नहीं दिया तुम्हारे हिस्से का वक्त, आज भी तन्हां बिता रहे हैं। पता नहीं रूह से रूह कब मिलेगी, फिलहाल तो लोगों के ताने सता रहे हैं एक तुम ही समझते हो मेरे जज्बातों को, वरना लोग समझने वजाऐ मज़ाक उड़ा रहे हैं। @ik c pagal raika #bolna_chod_diya Lumbini Shejul Suman Zaniyan ✍️Mr.Sachin Ahir✍️ Flux Hale