Nojoto: Largest Storytelling Platform

कहाँ कोई पुकारता नज़र मिला नज़र से अब निकल गए सभी

कहाँ  कोई  पुकारता  नज़र मिला नज़र से अब
निकल गए सभी कहीं नज़र बचा नज़र से अब
हुआ  न  फूल  बाग़  का  कभी  मेरे  नसीब  में
बहार  भागती  रही  नज़र  चुरा  नज़र से  अब
मुबारका वही  जिसे यकीं  किसी के  प्यार का
कि बेख़ुदी मिला रही नज़र ज़रा नज़र से अब.

©malay_28
  #बेख़ुदी