न जाने क्यों हर रिश्ते में मैंने, खुद को अकेला पाय

न जाने क्यों हर रिश्ते में मैंने,
खुद को अकेला पाया हैं।

शायद कोई तो कमी है मेरे वजूद में,
तभी कोई भी मुझे समझ नहीं पाया है।

सभी को खुद से ज्यादा अहमियत दी है मैंने,
फिर भी हर किसी से मुझे ठुकराया है।

जिसकी खुशियों की खातिर कुर्बानियां दी,
उसी से नजरंदाज होने का जख्म पाया है।

कहते हैं अपना किया हुआ कभी गिनाया नहीं करते,
लेकिन बिना वजह साथ छोड़ जाना किसने अच्छा बताया है ...?
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©Prashant kumar #hillroad #alone #badkismat #akela #dosti #pyar #zindgi #jeena
न जाने क्यों हर रिश्ते में मैंने,
खुद को अकेला पाया हैं।

शायद कोई तो कमी है मेरे वजूद में,
तभी कोई भी मुझे समझ नहीं पाया है।

सभी को खुद से ज्यादा अहमियत दी है मैंने,
फिर भी हर किसी से मुझे ठुकराया है।

जिसकी खुशियों की खातिर कुर्बानियां दी,
उसी से नजरंदाज होने का जख्म पाया है।

कहते हैं अपना किया हुआ कभी गिनाया नहीं करते,
लेकिन बिना वजह साथ छोड़ जाना किसने अच्छा बताया है ...?
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©Prashant kumar #hillroad #alone #badkismat #akela #dosti #pyar #zindgi #jeena