ना हौंसलें ना इरादे बदल रहे है लोग थके थके हैं मगर फिर भी चल रहे हैं लोग वफा ना प्यार ना किरदार ना वसूल कोई ना जाने कौन से सांचे में ढल रहे हैं लोग ©U P #ज़िंदगी