प्रेरणा चकमक पत्थर के टकराने से निकली एक चिंगारी और प्रकाश दे गयी, ठोकर खाकर सम्भलना मेरा सार्थक हो गया। पानी की तरह उतरा जब नशा मेरा मैं जहाँ डूबा था वहीं साहिल हो गया। #fursatgkp