तेरे दामन में,मैं फूलों को छोड़ सकता हूं
मैं तेरे वास्ते सूरज निचोड़ सकता हूं
जो रास्ता तेरी चौखट से गुजरता ना हों
ऐसा मुमकिन हैं मैं उसको भी मोड़ सकता हूं
मेरे ज़मीर पे क्यू उंगलियां उठाते हों
जो भी दिल टूटे है मैं सब को जोड़ सकता हूं #Shayari#gazal#treanding#viarl