हाँ अकेला सा महसुस होता है, इन थंडी हवाओंमें कभी आ जाओ मेरे खयालात में, मौसम की सिकड़न में, खो जाऐ युँ बातों में, हाँ चले आओ देर नही अब रात होने में, बड़ी बेवफाई लगती है तेरी बातों में, फिर भी चले आओ हमारे ख्वाँबों मे, हाँ अकेला सा महसुस होता है, इन थंड़ी हवाओंमें -क.वि