जब ना की कोई गलती, जब ना दिया किसी को दर्द , फिर भी सहे रहे हो जुल्म । खामोश रहे के छुपा रहे हो दर्द, दे रहे हो अपने दर्द को आंसू का रूप। मान रहे हो लोगों के हाँ को ही सच, क्यू खुश रहने का दिखावा कर रहे हो?? और किनके लिए कर रहे हो?? उनके लिए, जिन्हे नहीं पड़ता फर्क तुम्हारे खुशी से या दुख से, इसलिए सोचिएगा जरूर.. आखिर किसके लिए सहे रहे हो जुल्म... आखिर किसके लिए सहे रहे हो जुल्म। कब तक सहोगे जुल्म..?? यह सवाल पूछिएगा जरूर अपने आप से.. #nojotohindi