एक मदद करदे तू मेरी, की मुझे खुद से रिहा कर दे , मोहब्बत करके जो गुस्ताखी की तूने, कर रिहा खुद को मुझसे, तू बस ये आखिरी गुनाह करदे, तू मुझे खुद से रिहा करदे। © DR NEHHA RAGHAV #think #thouhts #Love #liners