वो दर्द ही क्या जिसे सरेआम कर दूँ बेचने को तो सब कुछ बेच दूँ पर उसकी यादें कैसे नीलाम कर दूँ इश्क़ मेरा था,जैसा भी था आखिर क्यों उसे बदनाम कर दूँ हाँ, मानता हूँ मैं उस इश्क़ का कोई नाम नहीं था ना कोई मुकम्मल जहान ही था वक़्त ने दर्द दे दिया था फिर क्यों उसे "बेवफा" का नाम दे दूँ उसने अनजाने में दूरियां बढ़ाई होगी शायद फिर क्यों उसे अपने आँसुओ का इल्जाम दे दूं आखिर क्यों उसे बदनाम कर दूं क्यों उसे बदनाम कर दूँ #Nojoto #NojotoHindi