Nadan Dil Nihal ©Nihal_poet वो ख़्वाबों कि तरह सच्चा बहुत था, ये धोखा था मगर अच्छा बहुत था, वो मेरा है गलत फहमी थी मुझको, मगर सच है मै उसका बहुत था..!!