कैसी ये पावन भावना मन में तेरे लिए जग रही हैं, जो मुझे खुद से ही बैगाना बनाती जा रही हैं, सुबह से लेकर शाम तक बस तेरा ही बसेरा बस मन में बस रहा हैं जैसे तू ही इसकी मालिक हो, अब तुमसे ओर क्या कामना करूँ मेरे मन में तेरा ही अस्तित्व बसा हैं बस! तू ही तू मेरा सार्थक प्रेम को प्रदर्शित कर रहा हैं हे- मेरे साँवरें बस! तू मेरे अंधकार जीवन में प्रकाश की किरण भर दे.. जब तक जीवित रहूँ.. तेरे नाम के साथ,, जब प्राण निकले , तब भी मेरे अधरों पर बस तेरा ही नाम हो.... मेरे साँवरें.. #कामना #shadesoflife