मंदिर देखा मस्जिद देखी , मैने काबा देख लिया ।
माँ ने सर पे हाथ फिराया, मैने सब कुछ देख लिया।।
नुक्कड देखा , गलियां देखी , मैने मोहल्ला देख लिया ।
कांधे पे जो था मुझे घुमाया , मैंने सब कुछ देख लिया।।
चांद को देखा , कलियां देखी, हुस्न का परचम देख लिया।
उसने मुड के चेहरा दिखाया, मैने सब कुछ देख लिया।। #शायरी