""बहा ले जाता है चैन ओ सुकून भी अपने साथ बाढ़ है ये ! कर देता हर एक को परेशान मौजूदगी का नहीं रह जाता कोई निशान चारों तरफ मच जाता है बस पानी का कोहराम बह रही किसी की दुनिया तो किसी की हो गई जिंदगी तमाम ये कैसा दर्द का कोहराम है नहीं छोड़ता अपना कोई निशान बह रहा इंसान का घर और उसका सारा सामान बह गई सारी आशाएं और खत्म हुए सारे अरमान बहा ले जाता चैन ओ सुकून अपने साथ बाढ़ है ये! कर देता हर एक को परेशान !!"" ।। kanchan Yadav ।। #flood #बह गए सारे अरमान