दिल की बेताबियाँ हम किसको सुनाएँ, क्या चाहता है ये, हम कैसे बताएँ। बहुत सब्र कर लिया है इसने भी, अब इस बेसब्र को कैसे समझाएँ। हिम्मत हार जाता है ये भी कभी, अब इसे हौसला कैसे दिलाएँ। मायूसियाँ ही मिली इसे आज तक, आशा का सूरज इसे कैसे दिखाएँ। टूटकर भी प्यार करना ना छोड़े ये, इसे टूटने से हम कैसे बचाएँ। दिल की बेताबियाँ हम किसको सुनाएँ, क्या चाहता है ये, हम कैसे बताएँ। बहुत सब्र कर लिया है इसने भी, अब इस बेसब्र को कैसे समझाएँ। हिम्मत हार जाता है ये भी कभी, अब इसे हौसला कैसे दिलाएँ।