चलो आईने से धूल हटाते है रौशनी हुई है एक बार खुद को और आज़माते है #sudhiraag Read Caption... चलो आईने से धूल हटाते है रौशनी हुई है एक बार खुद को और आज़माते है खोल दो खिड़कियां वो खिंचने से खुलेगी बंद है जो दरवाजे सदियों से वो धक्कों से खुलेंगे हम सब करेंगे फिर से