White किसी ने कहाँ चराग की तरह ही रहता है यें यूं ही सदा दिन रात जलता रहता है ..! अब चलते चलते थक गया हूँ मैं भी हवाओं को कहो चराग बुझादे जलता रहता है..! यें हवायें हमेशा दोतरफा है बरखुरदार बुझाने से ज़ियादा यें चराग जलाया रहता है..! सुन थकना इंसा के हिस्से में लिखा ही नहीं हैं सफ़र ऐसा रहा सदा से थमता नहीं चलता रहता है..! ©Shreyansh Gaurav #sad_qoute शायरी खूबसूरत दो लाइन शायरी शेरो शायरी दोस्ती शायरी दोस्ती शायरी