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#Numb कैप्शन में पढ़े कहानी का भाग २ भाई ने कहा अ

भाई ने कहा अरे हां पहन लेना जो तेरी मर्जी हो वह पहन लेना और जो चाहिए वह ले भी लेना। अब थोड़ी देर बाद में दोनों मां-बेटे गाड़ी पर बैठकर गांव जाने के लिए निकलते हैं बहन गेट के बाहर खड़ी रहती है जब तक कि वह आंखों से ओझल ना हो जाए बहन ने जाते हुए भाई की पीठ देखी। वहां से अंदर आ गई थोड़ी देर बैठ गई क्योंकि अभी उसकी मां और उसका भाई गांव के लिए रवाना हुए थे इसलिए कोई काम भी नहीं करना था अब वह गांव चले गए जाकर फोन किया कि दीदी मैं गांव आ गया हूं अब चाय भाई पिएंगे और थोड़ा आराम करेंगे फिर उसके बाद कोई काम ऐसा क्या कर फोन रख दिया फिर से वही दिनचर्या शुरू हो गई एक दिन उसका फोन आया उसने बोला जीजी अबकी बार मैं अपना जन्मदिन बड़े धूमधाम से मना लूंगा तो सभी लोग आना तो मैंने कहा क्यों नहीं आएंगे आएंगे ना उसने वहां पर डीजे वगैरह सब की तैयारी करती है कि अबकी बार जन्मदिन बड़े धूमधाम से मना लूंगा पैसे वगैरह भी दे दी है अब बहन के पास कुछ रिश्तेदार आते हैं लड़की के लिए बातचीत कर रहे होते हैं कि लड़का चाहिए तो मैंने कहा कि मेरा भाई भी है छोटा अब उसकी भी शादी लायक है तो आप लड़की बता दीजिए मेरे भाई की शादी करवा देंगे उन्होंने कहा कि हां परिवार भी आपका अच्छा बना है तो हम एक काम करेंगे कि आपका घर बार और जा के देख कर आएंगे और 10 दिन बाद हम दस्तूर दे देंगे बहन खुश हो गई चलो अब छोटे भाई का रिश्ता भी हो जाएगा शादी हो जाएगी उसको इधर उधर भागने की जरूरत नहीं पड़ेगी दृष्टि बस जाएगी पर उसने सोचा कि अब मैं यह सरप्राइज उसे तभी दूंगी जब उसका जन्मदिन आएगा या उससे पहले अभी उसको नहीं बताऊंगी उसी दिन शाम को भाई का फोन आता है जीजी कैसे हो मैंने बोला हां अच्छी हूं तुम कैसे हो मैं भी अच्छा हूं पर थोड़ा दिमाग खराब हो रहा है मैंने पूछा क्यों क्या हुआ अरे हुआ यूं ही पास में ही कोई एक्सीडेंट हुआ है और वहां जो हालत देखकर आया उसे दिमाग खराब हो रहा है उसकी जो हालत थी वह देखी नहीं जा रही है पर कोई उठाकर नहीं लेकर जा रहा था तो मैंने और मेरे दोस्त ने मिलकर पहले अस्पताल पहुंचाया और बाद में उसको उसके घर तक उसके घर में बहुत बुरा हाल हो रहा है पूरा माहौल गमगीन हो रहा है बहन ने बोला थोड़ा फटकारा कितनी बार कहा है तुझे की ऐसे में मत पड़ा कर उधर मम्मी की आवाज आती है कि हां देख आया तब से परेशान हो रहा है क्या करें बहन बोलती है की कितनी बार कहा है कि कभी ना करना भी सीखा कर और कोई नहीं था वहां पर कि दीदी कोई नहीं था तभी तो अच्छा भी तो कोई नहीं कर रहा था अबतेरे जन्म दिन पर मिलेंगे ठीक है।

#kahanikaar#Nojoto  Rakesh Kumar Soni

भाई ने कहा अरे हां पहन लेना जो तेरी मर्जी हो वह पहन लेना और जो चाहिए वह ले भी लेना। अब थोड़ी देर बाद में दोनों मां-बेटे गाड़ी पर बैठकर गांव जाने के लिए निकलते हैं बहन गेट के बाहर खड़ी रहती है जब तक कि वह आंखों से ओझल ना हो जाए बहन ने जाते हुए भाई की पीठ देखी। वहां से अंदर आ गई थोड़ी देर बैठ गई क्योंकि अभी उसकी मां और उसका भाई गांव के लिए रवाना हुए थे इसलिए कोई काम भी नहीं करना था अब वह गांव चले गए जाकर फोन किया कि दीदी मैं गांव आ गया हूं अब चाय भाई पिएंगे और थोड़ा आराम करेंगे फिर उसके बाद कोई काम ऐसा क्या कर फोन रख दिया फिर से वही दिनचर्या शुरू हो गई एक दिन उसका फोन आया उसने बोला जीजी अबकी बार मैं अपना जन्मदिन बड़े धूमधाम से मना लूंगा तो सभी लोग आना तो मैंने कहा क्यों नहीं आएंगे आएंगे ना उसने वहां पर डीजे वगैरह सब की तैयारी करती है कि अबकी बार जन्मदिन बड़े धूमधाम से मना लूंगा पैसे वगैरह भी दे दी है अब बहन के पास कुछ रिश्तेदार आते हैं लड़की के लिए बातचीत कर रहे होते हैं कि लड़का चाहिए तो मैंने कहा कि मेरा भाई भी है छोटा अब उसकी भी शादी लायक है तो आप लड़की बता दीजिए मेरे भाई की शादी करवा देंगे उन्होंने कहा कि हां परिवार भी आपका अच्छा बना है तो हम एक काम करेंगे कि आपका घर बार और जा के देख कर आएंगे और 10 दिन बाद हम दस्तूर दे देंगे बहन खुश हो गई चलो अब छोटे भाई का रिश्ता भी हो जाएगा शादी हो जाएगी उसको इधर उधर भागने की जरूरत नहीं पड़ेगी दृष्टि बस जाएगी पर उसने सोचा कि अब मैं यह सरप्राइज उसे तभी दूंगी जब उसका जन्मदिन आएगा या उससे पहले अभी उसको नहीं बताऊंगी उसी दिन शाम को भाई का फोन आता है जीजी कैसे हो मैंने बोला हां अच्छी हूं तुम कैसे हो मैं भी अच्छा हूं पर थोड़ा दिमाग खराब हो रहा है मैंने पूछा क्यों क्या हुआ अरे हुआ यूं ही पास में ही कोई एक्सीडेंट हुआ है और वहां जो हालत देखकर आया उसे दिमाग खराब हो रहा है उसकी जो हालत थी वह देखी नहीं जा रही है पर कोई उठाकर नहीं लेकर जा रहा था तो मैंने और मेरे दोस्त ने मिलकर पहले अस्पताल पहुंचाया और बाद में उसको उसके घर तक उसके घर में बहुत बुरा हाल हो रहा है पूरा माहौल गमगीन हो रहा है बहन ने बोला थोड़ा फटकारा कितनी बार कहा है तुझे की ऐसे में मत पड़ा कर उधर मम्मी की आवाज आती है कि हां देख आया तब से परेशान हो रहा है क्या करें बहन बोलती है की कितनी बार कहा है कि कभी ना करना भी सीखा कर और कोई नहीं था वहां पर कि दीदी कोई नहीं था तभी तो अच्छा भी तो कोई नहीं कर रहा था अबतेरे जन्म दिन पर मिलेंगे ठीक है। #kahanikaarNojoto Rakesh Kumar Soni #ज़िन्दगी #numb

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