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मौन सी है मुझ में वो एक ख्याल भर उभरती हैं सांस

मौन सी है  मुझ में वो 
एक ख्याल भर उभरती हैं 
सांसो में घुल कर 
एक नया सरगम -सा रच जाती हैं 
बचपना ना छोड़ा उसने 
यौवन कि इस उड़ान में 
तितलियों -सी मचलती हैं 
इस सुने जहान  में ख़्याल 
#hindi #poetry
मौन सी है  मुझ में वो 
एक ख्याल भर उभरती हैं 
सांसो में घुल कर 
एक नया सरगम -सा रच जाती हैं 
बचपना ना छोड़ा उसने 
यौवन कि इस उड़ान में 
तितलियों -सी मचलती हैं 
इस सुने जहान  में ख़्याल 
#hindi #poetry