तुम हमारी हो, या नहीं हो अभी तक मुझे पता नहीं है, पर तेरा भोला मुखड़ा कभी मेरी नज़रों से हटा नहीं है। हर बार तेरी प्यारी सूरत दिल में आकर बस जाती है, अकेलापन तड़पाता बहुत है तन्हा रातें बड़ी रुलाती हैं। किसी से कुछ न कहता हूँ तेरी यादों में खोया रहता हूँ, भूख प्यास भी नहीं लगती है हरदम पगलाया-सा रहता हूँ। सारे रिश्तों से कटने लगा हूँ रह रहकर घुटने लगा हूँ, कैसा किया है तूने जादू, बिखर गया हूँ, टूटने लगा हूँ! बिना तेरे अब कहाँ सहारा ? मुझे कुछ पता चलता नहीं है, क्या तुम्हारा दिल भी मेरी ख़ातिर कभी- कभार मचलता नहीं है? #पहलाप्यार #प्यार_का_एहसास #शायरी #प्यार #कविताएं_और_हम #हिंदी #YourQuoteAndMine Collaborating with Dipakraj Suryawanshi Collaborating with Sneha Bawankar