मासूम चेहरे पर हकीकत बयां नही होती! दिखते जरूर हैं चेहरे मासूम मग़र, इन चेहरों पर दी गयी नसीहत बयां नही होती!! मानता हूं मज़बूरी है,दुख है,सैलाब आया, लेकिन जो तूने बेवफा का खंज़र बनाया, क्या किसीके काम आया? बल्कि तूने उसीसे खुद को मार डाला, चीर-ए-इज़्ज़त को फाड़ डाला, तब जाकर याद आया कि, दिन के समंदर में शमा नही होती, मासूम चहरे पर हकीकत बयां नही होती, दिखते हैं चहरे मासूम मगर, इन चेहरों पर दी गयी नसीहत बयां नही होती.. #NojotoQuote मासूम चेहरा!!