💕💕💞 प्रिय के लिए प्रेमी मरे 💞💕💕
वासनायुक्त नज़र ठहर जाती है बस! जिस्मों पर
प्रेमस्वरूप में यह पूर्णतः अदृश्य कामवासना है।
अनमेल मेल मन का फिर कैसे मधुर मिलन करें
दु:शासन कृष्ण बन गलियों में दुषित भावना है।
यह दिल्लगी व्यापार नही जो दिलों का सौदा हो #शायरी#WoRaat#L♥️ve