खुले आसमां के नीचे कोई शजर लगते हो, तुम मुझे कोई ताज़ी ख़बर लगते हो। हर बार देखकर लगता है एक बार और देखूँ, न जाने क्यों! चलती फिरती कोई गज़ल लगते हो।। #yqaasma #yqshajar #yqkhabar #yqgazal #yqsaumitr