तेरा इक रौशनी ही काफ़ी है सहर के लिए, फकत मिले जो सहारा गुज़र बसर के लिए। तू स्याह तिमिर को हटा प्रकाश जो फैला दे, तेरा अहसास ही काफ़ी है उम्र भर के लिए। #तेराएहसास #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi Anil Prasad Sinha